नगर निगम अब सलैया स्थित बीडीए प्रोजेक्ट के भीतर सीवेज पम्प हाउस नहीं बनाएगा। स्थानीय रहवासियों के लगातार विरोध के बाद निगम ने बीडीए को पत्र लिख कर साफ कर दिया है कि विरोध के कारण निगम इस कॉलोनी को अपने सीवेज नेटवर्क से बाहर कर रहा है। एेसी स्थिति में कॉलोनी के पास या बाहरी सड़क से सीवेज पाइप लाइन बिछाई जाएगी जो सलैया में बन रहे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचेगी।
बीडीए के सलैया प्रोजेक्ट में करीब डेढ़ करोड़ रुपए रुपए से बना सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बंद पड़ा है। नतीजा-यहां बदबू फैली रहती है। हालात इतने खराब हैं कि कुछ लोग मकान खाली करके किराए के घरों में रहने के लिए चले गए हैं।
दोनों एजेंसियों के इंजीनियरों ने किया दौरा.. संभागायुक्त ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
आकृति ईको सिटी से मिसरोद जाने वाली सड़क को खोद कर सीवेज पाइप लाइन बिछाने के मामले में बुधवार को निगम और बीडीए के इंजीनियरों ने सड़क का मुआयना किया। निगम के इंजीनियरों का कहना है कि वे इस सड़क का रेस्टोरेशन करेंगे। इस पर होने वाला खर्च भी प्रोजेक्ट में शामिल है। उधर, संभागायुक्त ने बीडीए से इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। बीडीए निगम से सड़क खराब करने की एवज में सवा करोड़ रुपए मांगने जा रहा है।
एसटीपी के स्थान पर बना रहे थे पंप हाउस
निगम ने सीवेज नेटवर्क में इस कॉलोनी को शामिल किया था और एसटीपी के स्थान पर एक पंप हाउस बनाया जा रहा था। निगम के सिटी इंजीनियर (सीवेज प्रकोष्ठ) संतोष गुप्ता ने कहा कि तकनीकी रूप से निगम वहां पंप हाउस बनाकर कॉलोनी को नेटवर्क से जोड़ने की मंशा रखता है, लेकिन विरोध के कारण यह संभव नहीं है।